एक हकीकत

हकीकत भी देखी है, ख्वाब भी देखे है,
देखे है सपने बंद आँखों से,
तो खुली आँखों से भी देखे है,
सपनो को हकीकत बनते भी देखा है,
तो कुछ सपनो को टूटते भी देखा है
बहुत हँसते है हम,
खुद को रोते बहुत कम देखा है
मुस्कान जाती नहीं चहरे से,
इस मुस्कान पर कुछ को मरते,
तो कुछ को चिढ़ते देखा है
अपनी हंसी से पहचाने जाते है
हमें तो अपनों का अपनापन 
और दोस्तों कि दिलदारी पसंद है
क्या कहे दोस्तों कि अजीब दास्तां होती है.
दोस्तों मे लड़ना मिलने से भी अच्छा होता है
लड़  के मनाने वाले भी होते है
कुछ को चिड़ाना अच्छा लगता है
सफर ट्रैन का हो या जिंदगी का
ख़त्म नहीं होती बाते
फिर भी खामोश रह कर
मुस्कुराना अच्छा लगता है
बैठ कर दोस्तों मे
मिल गई जैसे पूरी दुनिया
बाकि सब भूल जाना अच्छा लगता है
एक प्यारा सा हमसफ़र है मेरा
वो मुझसे मेरे सपनो को पूछा करते है
हम हँस हँस के यूँ ही टाल दिया करते है
सोचा क्या होगा बताने से
इस बहाने से खुद को रोक लिया करते है
पर वो भी किसी बहाने से
पूछ ही लिया करते है
सच कहुँ तो हम हँस के यूँ ही टाल दिया करते है
क्युकी मुझे लिखने कि रूचि है
जिंदगी का हाल बंया किये जा रही हूँ
विराम सी लगती है, कभी कभी जिंदगी
इसको हर मोड़ पर अंजाम दिए जा रही हूँ
आहिस्ता आहिस्ता मिल ही जायेगा मुकाम कोई
जिंदगी को मर मर के जिए जा रही हूँ
एक उम्मीद से हूँ जिन्दा, जहर कि घुट पिए जा रही हूँ लक्ष्य बनाती हूँ हर रोज,
लेकिन खुद का खून किये जा रही हूँ
मुझे मालूम है कैसे है मेरे हालात
फिर भी हर रोज एक नया सपना बुने जा रही हूँ
मुस्कुरा कर महफिल मे,
अपना दर्द छुपाये जा रही हूँ
रख कर अपने जख्मो पर पर्दा,
अपनों को हंसाए जा रही हूँ
बस इनती सी कहानी है मेरी जिंदगी कि,
इसका खुलासा किये जा रही हूँ.....

🌹🌹🙏🙏🌹🌹 Nite Dalal Kuhar  




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