सपने

रख हौसला उसे पाने का 
त्रास त्रास कर खुद को
इस काबिल तो बना
कि तु नहीं मंजिले तुझे ढूंढे 
कर मेहनत जी लगा कर
हर कदम पर फिर एक नई ड़गर होगी
जिधर देखेगा आँखे उठा कर
 मंजिले ही मंजिले होंगी
मुकदर बदलेगा होगा रोशन नाम तेरा 
 युही नहीं कहती ये दुनिया
कि मेहनत कर फल जरूर मिलेगा
इसी सोच के साथ 
हर रोज नये अफसाने लिखता चल
खुद के दम पर एक नई पहचान बना
तुझे नहीं तेरे नाम से जाने जाये माँ बाप तेरे
हो उन्हें भी नाज तुझे पर
जब अनजाने मे ही सही
किसी से तारीफ तेरी सुने
सपना नहीं हकीकत बना इसे
लड़ खुद से कि अब रुकना नहीं  किसी मोड़ पर
पत्थर आये या सैलाब आये रस्ते मे
तैर कर नहीं डट कर पार करना है
युही नहीं बनता नाम
इसके लिए तो पसीना भी बेचना पड़ता है
ज़ब जाकर वो सपने तु खरीद पायेगा
फिर भी कई बार हार मान कर 
रख सपनो को साइड मे चैन कि नींद सोयेगा
ज़ब आँख खुलेगी
हड़बड़ाहट मे इधर उधर भागेगा
क्या सपना आया था उसको याद करेगा
और फिर से एक नई सोच के साथ ट्रैक पे दौड़ेगा
अब कि बार नींद मे नहीं
खुली आँखों मे सपने देखेगा
हर रोज फिर एक नई कहानी लिखेगा
एक दिन युही तुझे खबर मिलेगी
तेरी आँखों मे आँसु और
 दिल मे खुशी का अहसास होगा
क्युकी अब तेरे नींद मे नहीं
हकीकत मे सपने अपने हुए होंगे.........

🌹🌹🙏🙏🌹🌹 Nite Dalal Kuhar


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