मतलबी दुनिया

झूठे सारे रिश्ते नाते होंगे
भाई भाई का दुश्मन होगा
बोझ लागन लागे सगे माँ बाप रै
इसी मतलबी या दुनिया होंगी.....
घने लाड्डा तै पाली वा बाहन आज हक मांगन लगी
होजा कीमे काम  तै वा भाई ने नाटन लागी
इसी मतलबी या दुनिया होंगी....
कदे हाथ पकड़ रै
कदे कन्धा पे झूलाया करता 
अपने कालजे के टुकडा नै घने लाडले राखा करता
आज पड़ा ज़ब माडा बख्त उस बाबू पै रै
वे बेटा बेटी पूछन तै नाटे सै
इसी या मतलबी दुनिया होंगी.....
नौ महीने कोख मे राखे ज़ब जाके या काया पाई
अर आज उसके कर्ज भूलगे सारे
ऊपर आला भी घबरागा देख यों नज़ारा
इसी मतलबी या दुनिया होंगी.....
रै बंदे या जिंदगी तो उस माट्टी कि तरिया है
के बेरा कद ढेर होजा
रिश्ते नाते सारे निभायो दिल तै
माँ बाप कि कदर करण लाग जाओ
धरती पै ये स्वर्ग मिल जागा
ना तो इस सुख सुख के चक्र मे
या सारी जिंदगी कट जगी
पर ना वो सुख मिलेगा
ना वो अपना का प्यार मिलेगा
अपने आप नै बदलो
या मतलबी दुनिया आपे बदल जागी

🌹🌹🙏🙏🌹🌹 Nite Dalal Kuhar





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